इकान-डो जेनरीन-जी बौद्ध मठ ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
इकान-डो जेनरीन-जी बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर में है। इस मठ को बौद्ध भिक्षु कुकाई के एक छात्र शिनशो द्वारा स्थापित किया गया था, और यह मठ पतझड़ के मौसम में अपने गिरते पत्तों के लिए प्रसिद्ध है और साथ ही बौदध धम्म सिखने के एक केंद्र के रूप में भी इस मठ को 853 स्थापित किया गया था
डाइटोकु -जी ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
डाइटोकु -जी बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर में है। यह बौद्ध मठ 57 एकड़ में फैला है। इस मठ को 1315 या 1319 में बौद्ध भिक्षु शूहो मायोचो द्वारा बनवाया गया था।
डाइकाकु -जी ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
डाइकाकु -जी बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर में है। इस मठ को हेनिन समय काल में सन् 814 में बनवाया गया था जब यह सम्राट सागा का साम्राज्य था। इस मठ के पीछे एक कहानी है ऐसा कहा जाता है की एक बार जापान में गंभीर महामारी फैली तब बौद्ध धम्म की एक शाखा शिंगोन बौद्ध धम्म के संस्थापक कोबो डाशी में सम्राट सागा को अपने हाथो से बौद्ध धार्मिक दस्तावेज को हृदय सूत्र की एक लिखित प्रतिलिपि बनाने को कहा सम्राट ने ऐसा ही किया और जापान को महामारी से मुक्ति मिल गई आज भी यह लोग आके हृदय सूत्र को अपने हाथो से लिखते है सम्राट की मृत्यु के बाद उन की बेटी ने यह एक भव्य मठ का निर्माण किया।
डायगो जी ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
डायगो जी बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर में है। हेनिन समय काल में सन् 874 में, रिगेन-दाशी (शोबो) ने इस मठ को बनवाया , इस मठ के कोंडो हाल और पांच मंजिला पैगोडा को जापान के राष्ट्रीय खजाने के रूप में मान्यता मिली है।
चिओन-इन ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
चिओन-इन बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर में है। इस बौद्ध मठ की खासियत यह है की यह बौद्ध धम्म की महायान शाखा के जोड़ो - शु संप्रदाय का प्रमुख मठ है। इस बौद्ध मठ का निर्माण जोड़ो - शु संप्रदाय के संस्थापक होनीन के शिष्य, केनिची ने 1234 में किया था।
ब्योडो -इन ,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
ब्योडो -इन बौद्ध मठ जापान के क्योटो प्रीफेक्चर की उजी शहर में है। इसे हेनिन समय काल के अंतिम समय में बनाया गया था। 1994 में, यूनेस्को ने इस मठ को विश्व विरासत स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया वैसे इस मठ को 998 में मंत्रियो के लिए बनाया गया था इस की सबसे कीमती सम्पति इस का फोनिक्स हाल है जिसे जापान के राष्ट्रीय खजाने का दर्जा प्राप्त है साथ ही इस मठ के गार्डन को राष्ट्रीय ऐतिहासिक स्थल और दर्शनीय सौंदर्य स्थान का दर्जा प्राप्त हैं।
एडशिनो नेबुत्सु-जी,क्योटो प्रीफेक्चर,जापान
जापान की धार्मिक नगरी क्योटो में स्थित है एडशिनो नेबुत्सु-जी बौद्ध तीर्थ है ऐसा कहा जाता है 811 कुकाई नाम के बौद्ध भिक्षु ने इस की स्थापना की थी। हेयियन काल में इस स्थल पर मृत शरीरों को छोड़ दिया जाता था जिन की याद में कुछ आठ हजार बौद्ध प्रतिमाएं है जिन्हे यहां देखा जा सकता है। सैटो कूओ नाम का एक समारोह, यह आयोजित किया जाता है तब यहां दस हजार पत्थर के मूर्तियां के पास मोमबत्तियों जलाई जाती है