Thursday, 2 July 2015

काइशयन बौद्ध मंदिर ,हेबेई,चीन 



 चीन के हेबेई प्रांत गाओबेईदिअन शहर के पास मौजूद है   

वर्तमान मंदिर, तांग राजवंश के दौरान स्थापित किया गया था 832 ईस्वी से पहले ,वर्तमान में मंदिर में सबसे  सबसे पुरानी संरचना ड़क्सीओंगबाओ  हॉल है ,इस मंदिर के भीतर एक बीम पर लिखा एक तिथि के अनुसार, 1033 में लियाओ राजवंश के दौरान बनाया गया था।सोलहवीं शताब्दी तक, मंदिर बहुत बाद  बन गया था, लेकिन 20 वीं सदी में इस ने गिरावट का दौर देखा था1928 में,ड़क्सीओंगबाओ  हॉल  सन यात-सेन का शैक्षिक हॉल बन गया था , और  मंदिर के  कार्य करने के कार्य पूरी तरह रोक दिए गए । चीन की  सांस्कृतिक क्रांति के दौरान,   कई घर  मंदिर के ज़मीन  पर बनाये गए ,जिस से मंदिर को नुकसान हुआ ,2001, सरकार द्वारा मंदिर को अपनी पुरानी स्थिति में लौटने के लिए वित्तसहायता प्रदान की गयी
 

Wednesday, 1 July 2015


ननशन बौद्ध मंदिर   हाइनान (सन्या),चीन

यह बौद्ध मंदिर चीन में बौद्ध धर्म के दो हजार साल पुरे होने की खुशी में   12 अप्रैल, 1988 को बनाया गया था।  यह 40,000 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्र में फैला  है। इस जगह में   तांग राजवंश की कई प्रतिकृतियां भी शामिल हैं।

ननशान  बौद्ध  मंदिर, फ़ूज्यान ,चीन


ननशान  बौद्ध  मंदिर चीन के फ़ूज्यान प्रांत के ज़हानगज़्हौ  शहर में मौजूद है 

मूलतः बाओक्यू   संस्थान के रूप में जाना जाता है,इस मंदिर को तांग के सम्राट युआनजोंग के शासनकाल के दौरान बनाया गया और 736 स में पूरा किया गया ,तंग राजवंश  के सम्राट ताईजू  के शासनकाल के दौरान 968 ईस्वी में इसे प्रांतीय गवर्नर चेन वेन  द्वारा इसकी मरम्मत करायी गयी   और चोंगफू  मंदिर नाम दिया गया था।बाद में मिंग राजवंश के दौरान,इसका नाम फिर बदल दिया गया  "ननशान   मंदिर" मंदिर क


र दिया गया 
दक्षिण प्लूटो  बौद्ध  मंदिर, फ़ूज्यान ,चीन


थांग राजवंश के आखिरी वर्षों के दौरान,वह के बौद्ध  भिक्षुओं ने इस पवित्र जगह   को  स्थापित किया था ,तब यह अलग अलग नमो से जाना गया ,1622 में, किंग राजवंश की शुरुआत के आसपास जनरल शि लिआंग ने मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए धनराशि प्रदान की,जहा बोधिसत्व गुआनयिन  मुख्य रूप से  पूजे जाते थे ,जनरल शि लिआंग ने स्थान का नाम माउंट प्लूटो के नाम पर रखा जो  झेजियांग प्रांत में बोधिसत्व गुआनयिन का निवास स्थान मना जाता है। 
नन्हुआ बौद्ध मंदिर ,फ़ूज्यान ,चीन
नन्हुआ बौद्ध मंदिर बौद्ध धर्म के चैन स्कूल के एक बौद्ध मठ है,जो बौद्ध धर्म के पांच महान स्कूलों में से एक है ,जहा हुई नेंग बौद्ध धर्म की चैन स्कूल के छटवे आचार्य थे ने कभी यहा रह कर पढ़ाया था। मंदिर 502 ईस्वी में उत्तर-दक्षिण के राजवंशों के समय भारतीय भिक्षु ज़्हीयाओ सन्ज़न्ग के दौरान स्थापित किया गया था जिन्होंने इस का नाम बओलिन मंदिर रखा था।
पर बाद में सांग राजवंश के सम्राट ताईजोंग के शासनकाल के दौरान 968 में इसका नाम बदल कर नन्हुआ बौद्ध मंदिर कर दिया गया ,इस मठ के पूर्वज हान शान बताते है की 16 वीं सदी में मठ में कुछ सुधार कार्य कराया गया था बाद में 1934 में हसु युन के समय कुछ पुनर्निर्मिण का कार्य कराया गया था।

Tuesday, 30 June 2015

गुआंगक्सीआओ बौद्ध मंदिर  ,ग्वांगझोउ,चीन 

यह मंदिर जिन राजवंश (317-420) के दौरान एक भारतीय भिक्षु द्वारा बनाया गया था लेकिन वर्तमान मंदिर जो  31,000 वर्ग मीटर के इलाके फैला है ,किंग राजवंश (1644-1911) में बनाया गया है । 

टेम्पल ऑफ़ द सिक्स बनयान ट्री(छह बरगद के पेड़ वाला मंदिर ) ग्वांगझोउ,चीन 

यह एक प्राचीन बौद्ध मंदिर है जो  मूल रूप से  लिआंग राजवंश द्वारा  537 में बनाया गया था ,मंदिर को जला दिया था  और उत्तरी सांग राजवंश के समय में इसे फिर से  बनाया गया था।फ्लॉवर पैगोडा इस मंदिर का  मुख्य आकषर्ण है जिसे , 1097 में बनाया गया था