सगामी -जी बौद्ध मठ, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
सगामी -जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की शिंगोन बौद्ध शाखा का मठ है। मठ के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 745 में बौद्ध भिक्षु गायोंकी को दिव्य वाणी सुनाई दी की इस स्थान पर मठ का निर्माण किया जाये तब उन्होंने म्राट शोमू से अनुरोध किया और उन्होंने इसे बनाने का आदेश दिया
टाइसन -जी बौद्ध मठ, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
टाइसन -जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की टेंडाई बौद्ध शाखा का मठ है। इसे 716 में महारानी गेनशो के निर्देश द्वारा स्थापित किया गया था। इस का मुख्य हाल 1293 में बनाया गया था जिसे जापान सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित किया हुआ है।
ककुरिन -जी बौद्ध मठ, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
ककुरिन -जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की टेंडाई बौद्ध शाखा का मठ है। यह 589 में राजकुमार शोतोकु के निर्देश द्वारा स्थापित किया गया था इस का काम 1112 में पूरा हुआ और मठ मुख्य हॉल 1397 में पूरा किया गया मठ और मुख्य हाल जापान सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित किया हुआ है।
जोड़ो -जी बौद्ध मठ, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
जोड़ो -जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की शिंगोन बौद्ध शाखा का मठ है। इसे1190 - 1198 के बीच स्थापित किया गया था। इसे जापान सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित किया हुआ है। इस की वास्तुकला में जापानी और चीनी वास्तुकला की झलक है
इचिजो - जी बौद्ध मठ, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
इचिजो - जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की टेंडाई बौद्ध शाखा का मठ है। इसे 650 में सम्राट कोटकु के निर्देश द्वारा स्थापित किया गया था। इस का काम 1171 में पूरा किया गया इसे जापान सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित किया हुआ है।
इंगयो जी, ह्योगो प्रीफेक्चर,जापान
इंगयो जी बौद्ध मठ जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित है, यह यह महायान बौद्ध धर्म की टेंडाई बौद्ध शाखा का मठ है जिसे शोकु शोनिन द्वारा 966 में स्थापित किया गया था। यह मठ शोशा पर्वत पर स्थित है जिस पर रोप वे से भी जाया जा सकता है हिमेजी स्टेशन से बस द्वारा यह की दुरी 25 मिनट है। लास्ट समुराई फिल्म को यहां फिल्माया गया था
पोहाले बौद्ध गुफाये ,कोहलापुर ,महाराष्ट्र
पोहाले बौद्ध गुफाएं महाराष्ट्र के कोल्हापुर के नज़दीक है कोल्हापुर शहर से 8 किमी उत्तर पश्चिम में ,इस के पास में पोहाले गाँव है से 3 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित हैं के पहाड़ी के तल के किनारे जिसे ज्योतिबा पहाड़ी के रूप में जाना जाता है और इस गुफा को स्थानीय लोग 'पांडवलेनी ' । 'लेनी' एक मराठी शब्द है जिसका अर्थ 'गुफा' है। यहां कुल 6 गुफा है वहाँ दो मुख्य गुफाओं हैं; उनमें से
एक स्कूल या सीखने का स्थान है और अन्य चैत्य है वहाँ उपयोग में दो चट्टानों को काटकर पानी की टंकी है जो आब भी इस्तमाल की जाती है यहां पर एक 12 फीट ऊंची; शिवलिंग और नंदी भी है जिसे बाद के वर्षो में बनाया गया है