जेड बौद्ध मंदिर ,शंघाई,चीन
किंग राजवंश में सम्राट गुआंग जू के शासन (1875-1908) के दौरान,हुई जन नाम का एक बौद्ध भिक्षु तिब्बत पर एक तीर्थ यात्रा पर गए थे तिब्बत के बाद वह बर्मा गया वहां चेन जून-पु, जो बर्मा में तेह रहा एक चीनी विदेशी नागरिक था उस ने हुई जन को बुद्ध के पांच जेड मूर्तियों (हरिताश्म) का दान दिया,जो , हुई जन शंघाई वापस लेकर आया और दान के धन से एक बौद्ध मंदिर बनाया ,और उसके बाद शीघ्र ही उनकी मृत्यु हो गई इस मंदिर 1911 के विद्रोह के दौरान कब्जा कर लिया था और मूर्तियों मैगेन रोड के लिए ले जाया गया।
के चेन के नाम से एक बौद्ध मठाधीश ने , बाद में शेंग द्वारा दान भूमि पर बनाया गया एक नया मंदिर था,शेंग जो किंग साम्राज्य की अदालत में एक वरिष्ठ अधिकारी था
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किंग राजवंश में सम्राट गुआंग जू के शासन (1875-1908) के दौरान,हुई जन नाम का एक बौद्ध भिक्षु तिब्बत पर एक तीर्थ यात्रा पर गए थे तिब्बत के बाद वह बर्मा गया वहां चेन जून-पु, जो बर्मा में तेह रहा एक चीनी विदेशी नागरिक था उस ने हुई जन को बुद्ध के पांच जेड मूर्तियों (हरिताश्म) का दान दिया,जो , हुई जन शंघाई वापस लेकर आया और दान के धन से एक बौद्ध मंदिर बनाया ,और उसके बाद शीघ्र ही उनकी मृत्यु हो गई इस मंदिर 1911 के विद्रोह के दौरान कब्जा कर लिया था और मूर्तियों मैगेन रोड के लिए ले जाया गया।
के चेन के नाम से एक बौद्ध मठाधीश ने , बाद में शेंग द्वारा दान भूमि पर बनाया गया एक नया मंदिर था,शेंग जो किंग साम्राज्य की अदालत में एक वरिष्ठ अधिकारी था
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