बौद्ध तीर्थ रामतीर्थम् ,विजयनगरम,आंध्र प्रदेश
रामतीर्थम् नाम की जो जगह है उस का सम्बन्ध राम से जोड़ा जाता है लेकीन यहा मिले ऐतिहासिक तथ्य यह बताते है की यह जगह पहले बौद्ध और जैन धर्म का महत्त्वपूर्ण स्थान रही है और यहा हुई ताजा जांच में यह बात साबित हुई की यहा बहुत बड़ा बौद्ध मठ था। और यहा जैन मंदिरो के अवशेष भी मिले है और यह मौजूद राम मदिर करीब 1000 साल पुराना है करीब 10 वी शताब्दी का ,लेकीन यह स्थान उस से पहले कोई महत्वपूर्ण बौद्ध और जैन स्थान था। इस स्थान का बौद्ध धर्म से जुड़ा होना कोई बड़ी बात नहीं है क्यों की आंध्र प्रदेश में सातवाहन राजाओ के काल में बौद्ध धर्म बड़ा फैला था और आप आंध्र प्रदेश में करीब 23-24बड़े बौद्ध तीर्थ आसानी से देख सकते है
इस स्थान में आपस ने जुडी तीन पहाड़ी है ,जो बोधीकोंडा ,गुरबकताकोण्डा,दुर्गाकोण्डा (घनीकोंडा)
गुरबकताकोण्डा
इस में बौद्ध धर्म से जुडी सबसे महत्वपूर्ण पहाड़ी है गुरबकताकोण्डा जिस में एक बौद्ध मठ मिला है। इस स्थान पर मिला बौद्ध मठ बड़े अच्छे से बना है और इस में बुद्ध भगवान की अमरावती शैली की मूर्ति भी मिली है और साथ कुछ स्तूप भी मिले है इस की अच्छे से जांच की जानी बाकि है
दुर्गाकोण्डा (घनीकोंडा)
इस स्थान में एक प्राकृतिक गुफा में देवी दुर्गा की मूर्ति है लेकिन उस के बहार आप आसानी से बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े अवशेष देख सकते है
बोधीकोंडा
यह स्थान को भगवान राम के साथ जोड़ा जाता है लेकिन आप यहा मौजूद जैन मंदिर आसानी से देख सकते है