मोत्सू -जी बौद्ध मठ, इवाते प्रीफेक्चर,जापान
मोत्सू -जीबौद्ध मठ बौद्ध धम्म की तेंदई संप्रदाय का मुख्यालय है जिसे 850 में बनाया गया था। यह स्थान यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। माना जाता है कि यह पर एक समय 40 इमारतें थीं जिस का निर्माण कीमती धातुओं और मूल्यवान लकड़ी से किया गया था ,साथ ही 500 मठों थे जहा बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धम्म की शिक्षा दी जाती थी। 13 वीं शताब्दी में विनाशकारी आग और बाद के वर्षों में युद्धों ने इन में से ज्यादातर को ख़त्म कर दिया। अब यह एक हॉल जिस में बुद्ध की मूर्ति है एक बिल्डिंग जिस में बौद्ध धम्म की शिक्षा दी जाती है एक गार्डन और एक तालाब ही बचा है लेकीन पुराने बौद्ध अवशेष अभी भी देखे जा सकते है। वर्ष के निश्चित समय में तालाब फूलों से फूलों से घिरा हुआ रहता है यह बगीचे के सबसे सुंदर दृश्य के रूप में माना जाता है।
मोत्सू -जीबौद्ध मठ बौद्ध धम्म की तेंदई संप्रदाय का मुख्यालय है जिसे 850 में बनाया गया था। यह स्थान यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। माना जाता है कि यह पर एक समय 40 इमारतें थीं जिस का निर्माण कीमती धातुओं और मूल्यवान लकड़ी से किया गया था ,साथ ही 500 मठों थे जहा बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धम्म की शिक्षा दी जाती थी। 13 वीं शताब्दी में विनाशकारी आग और बाद के वर्षों में युद्धों ने इन में से ज्यादातर को ख़त्म कर दिया। अब यह एक हॉल जिस में बुद्ध की मूर्ति है एक बिल्डिंग जिस में बौद्ध धम्म की शिक्षा दी जाती है एक गार्डन और एक तालाब ही बचा है लेकीन पुराने बौद्ध अवशेष अभी भी देखे जा सकते है। वर्ष के निश्चित समय में तालाब फूलों से फूलों से घिरा हुआ रहता है यह बगीचे के सबसे सुंदर दृश्य के रूप में माना जाता है।
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