Saturday 5 December 2015

भगवान बुद्ध का अस्थि कलश ,राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली,भारत
भगवान बुद्ध का अस्थि कलश भारत की राजधानी नई दिल्ली में ,इसे उत्तर प्रदेश और नेपाल के पास के जिला बस्ती में पिपरहवा से प्राप्त किया गया है भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा 1972 में ,यहा से मिली जानकारी के अनुसार भगवान बुद्ध के अस्थि का जो भाग उनके कुल कपिलवस्तु को प्राप्त हुआ था उस पे यहा स्तूप बनाया गया था ,क्यों की यहा मिले शिलालेखो से मिली जानकारी के अनुसार "सकियानं" लिखा हुआ है जिस का मतलब" शाक्य " होता है इस में मिली और जानकारी के अनुसार इस पर "सुकिति- भतिनं" लिखा हुआ है जिस का मतलब है भगवान बुद्ध के भाइयो द्वारा इस के अलावा पिपरहवा से प्राप्त मोहरो पर ॐ देवपुत्र विहार कपिलवस्तु भिक्षु संघस्य जो यह बात प्रमाणित करता है यह स्थान पर कपिलवस्तु का नियंत्रण था और यह स्थान नेपाल में मौजूद उस स्थान से ज्यादा दूर भी नहीं है जहा भगवान बुद्ध के जन्म हुआ था और जिसे लुम्बिनी नाम से जाना जाता है पिपरहवा से लुम्बिनी की दुरी केवल 70 किलोमीटर है ,जो इस बात को प्रमाणित करता है यह स्थान पर उस वक़्त शक्यो का नियंत्रण रहा होगा
यहा पायी गयी भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थियो में 20 टुकड़े पाये गए है जो खोपड़ी के मालूम पड़ते है और सब से बड़ा टुकड़ा 3 X 5सेंटीमीटर का है

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