मकलोडगंज (दलाईलामा का निवास स्थान ),हिमाचल प्रदेश
कांगड़ा घाटी में हिमालय की धौलाधार पहाडि़यों पर बसा हुआ एक और टूरिस्ट डेस्टिनेशन है धर्मशाला । साल 1960 में जब धर्मशाला तिब्बती गुरू दलाई लामा का अस्थाई निवास बना तब से ये जगह बौद धर्म के अनुयायियों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई। मिनी ल्हासा कहे जाने वाला धर्मशाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है। पहला लोअर धर्मशाला व्यवसायिक केंद्र है और दूसरा अपर धर्मशाला जिसे मैक्लाडगंज भी कहते हैं। दोनों के बीच की दूरी करीब 9 किलोमीटर है।
अपर धर्मशाला यानि कि मैक्लाडगंज को संस्कृति का संगम भी कहा जा सकता है क्योंकि जब चीन ने तिब्बत पर अटैक किया था तब धर्म गुरू दलाई लामा तिब्बत से यहां पर आ गए थे और अब इस जगह से ही तिब्बत की गतिविधियां चलाई जाती है जिसकी वजह से ही इसे मिनी ल्हासा भी कहा जाता है।
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