ज़हेंनजुए बौद्ध मंदिर (बीजिंग ) ,चीन
ज़हेंनजुए बौद्ध मंदिर मिंग साम्राज्य के समय बीजिंग में बनाया गया एक बौद्ध मंदिर है। जो पांच पैगोडा वाले बौद्ध मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह मदिर भारत में मौजूद और बौद्ध धर्म के सबसे अहम तीर्थस्थल महाबोधि मंदिर की तर्ज पर बना है ,पर यह बात आज तक नहीं पता की जा सकी है की भारत से यह वस्तुकला चीन कैसे पहुंची ,पर ऐसा कहा जाता है की 15 वीं सदी में मिंग साम्राज्य के राजा यॉन्गले के समय भारत से आये बौद्ध भिक्षु पंडिद्दा यहाँ यह कला ले कर आये थे इसके साथ बौद्ध भिक्षु पंडिद्दा अपने साथ पांच सोने से बानी भगण बुद्ध की पांच बुद्ध की मूर्ति भी ले कर आये थे जो पांच पैगोडा के नीचे दफ़न है। हालांकि, महाबोधि मदिर की तरह के डिजाइन चीनी स्थापत्य कला में पहले से मौजूद था ,जिसे दुनहुआंग ग्रोटोएस की गुफाओं के भित्ति चित्रो में देखा जा सकता है ,जो इस मंदिर से करीब 1000 साल पुराने है।
ज़हेंनजुए बौद्ध मंदिर मिंग साम्राज्य के समय बीजिंग में बनाया गया एक बौद्ध मंदिर है। जो पांच पैगोडा वाले बौद्ध मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह मदिर भारत में मौजूद और बौद्ध धर्म के सबसे अहम तीर्थस्थल महाबोधि मंदिर की तर्ज पर बना है ,पर यह बात आज तक नहीं पता की जा सकी है की भारत से यह वस्तुकला चीन कैसे पहुंची ,पर ऐसा कहा जाता है की 15 वीं सदी में मिंग साम्राज्य के राजा यॉन्गले के समय भारत से आये बौद्ध भिक्षु पंडिद्दा यहाँ यह कला ले कर आये थे इसके साथ बौद्ध भिक्षु पंडिद्दा अपने साथ पांच सोने से बानी भगण बुद्ध की पांच बुद्ध की मूर्ति भी ले कर आये थे जो पांच पैगोडा के नीचे दफ़न है। हालांकि, महाबोधि मदिर की तरह के डिजाइन चीनी स्थापत्य कला में पहले से मौजूद था ,जिसे दुनहुआंग ग्रोटोएस की गुफाओं के भित्ति चित्रो में देखा जा सकता है ,जो इस मंदिर से करीब 1000 साल पुराने है।
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