Thursday, 5 March 2015

अशोक स्तम्भ इलाहाबाद
अशोक स्‍तम्‍भ उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर के इलाहाबाद क़िले के मुख्य द्वार पर स्थित है। अशोक स्तम्भ की ऊँचाई 10.6 मीटर है। यह स्तम्भ 232 ई.पू. के समय का है।इस स्‍तम्‍भ पर 232 ई में गुप्त वंश के शासक समुद्रगुप्त ने अपने दरबारी कवि हरिषेण द्वारा रचित प्रयाग - प्रशस्ति को इस पर खुदवाया
मुग़ल सम्राट अकबर ने इसे कौशाम्बी से प्रयाग मँगवाया और इलाहाबाद में स्थापित किया और 1605ई में मुग़ल सम्राट जहांगीर के तख़्त पर बैठने का वाकया इस पर खुदवाया गया। अशोक के इस कौशाम्बी अभिलेख को '' रानी का अभिलेख " कहा जाता है क्यों की इसे अशोक की पत्नी रानी कारुवाकी द्वारा दान किये जाने का वर्णन मिलता है।
दिल्ली के सुल्तान फ़िरोज़शाह तुग़लक़ (1351-1388) ने 1356 में टोपरा (अम्बाला ज़िला, हरियाणा) तथा मेरठ से अशोक के दो स्तम्भ बड़ी मेहनत से मंगवाकर दिल्ली में खड़े करवाए थे। ये स्तम्भ कितने परिश्रम और उत्साह से दिल्ली लाए गए थे, इसका विवरण फ़िरोज़ के अपने दरबारी इतिहासकार शम्स-इ-शीराज ने ‘तारीख़-इ-फ़िरोज़शाह’ में दिया है। इनमें से एक स्तम्भ फ़िरोज़शाह के कोटले में और दूसरा ‘कुश्क शिकार’ (शिकार का महल) के पास खड़ा करवाया गया था।

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