तोलुंग मोनास्ट्री , सिक्किम,भारत
तोलुंग मोनास्ट्री उत्तरी सिक्किम के दज़ोंगु क्षेत्र में स्थित है और यह सिक्किम के सभी मठों से अलग एकांत में स्थित है। इस मोनेस्ट्री तक पहुचने के लिए सीधी ढलान पर मौजूद घने सागौन के वृक्ष के जंगलो को पर करना होता है। इस प्राचीन मठ को 18 वीं सदी के प्रारंभिक भाग में चोग्याल चकडोर नामग्याल ने बनवाया था। ऐसा कहा जाता है की लहत्त्सन चेम्पों का अवतार ने नेपाल की तरफ से सैन्य आक्रमण की भविष्यवाणी की थी इस लिए अन्य मठों से दुर्लभ और बहुमूल्य शास्त्रों सहित कीमती वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए तोलुंग मोनास्ट्री भेजा गया था ,यह मोनास्ट्री सिक्किम की सबसे पुरानी धार्मिक कला ,और थांका चित्रकला के कुछ नमूने पाये जाते है , यहा पर मौजूद सभी अवशेष 13 बक्से में बंद है और जिसे हर 30 साल में बहार निकला जाता है ,यहा तब मेले का माहौल होता है।
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