Thursday 19 March 2015

रूमटेक मोनेस्ट्री, सिक्किम ,भारत
(सिक्किम की सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध मोनास्ट्री में एक )
रूमटेक मठ, रूमटेक में स्थित है जो गंगटोक से 24 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह मठ, तिब्‍बती बौद्ध धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक केन्‍द्रों में से एक है। इसे धर्म चक्र केंद्र के रूप में भी जाना जाता है। यह मठ, समुद्र स्‍तर से 5800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और गंगटोक शहर के समीप ही बना हुआ है। यह मठ तिब्‍बत के बाहर, काग्‍यु वंश के महत्‍वपूर्ण केन्‍द्रों में से एक है।
रूमटेक मठ, तिब्‍बत के सुरफू मठ के समान बनवाया गया है। यह मठ चार मंजिला है जो पूरे सिक्किम में सबसे बड़ा मठ है। तिब्‍बत पर चीनी आक्रमण के बाद, तिब्‍बत के ग्‍यालवा कारमापा के 16 वें अवतार अपने कुछ भिक्षुओं के साथ यहां आकर बस गए। इसके बाद, चोग्‍याल ने रूमटेक के इस क्षेत्र को इन भिक्षुओं को तोफहे के रूप में दे दिया था, जिसे बाद में धार्मिक अध्‍ययन के लिए एक केन्‍द्र बना दिया गया था।
मठ की मुख्‍य संरचना के पीछे, वहां भारी साज - सज्‍जा वाला कर्मा नालंदा इंस्‍टीट्यूट ऑफ बौद्धिस्‍ट स्‍टडीज है जहां दुनिया भर से छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। यहां एक छोटा सा हॉल भी है,जिसमें स्‍वर्ण स्‍तूप है, यह स्‍तुप पूरी तरह से गहनों से जड़ा हुआ है। यह माना जाता है कि इस स्‍तुप में 16 वें ग्‍यालवा कारमापा की पवित्र अस्थियों को रखा गया है।
रूमटेक धर्म चक्र केन्‍द्र, मठ से 2 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस केन्‍द्र में अनूठे धार्मिक शिलालेख, पुस्‍तकों और कला वस्‍तुओं का संग्रह है। इन कला की वस्‍तुओं के प्रदर्शन के अलावा, यह केन्‍द्र प्रत्‍येक वर्ष के दसवें महीने में 28 और 29 तारीख को वार्षिक नृत्‍य का आयोजन करता है। यह स्‍थल, सिक्किम का सबसे ज्‍यादा भ्रमण किए जाने वाले जगहों में से एक है।

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