सम्राट अशोक का येर्रागुड़ी, आंध्र प्रदेश का शिलालेख
यह शिलालेख आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले मे गूटी-पट्टिकोंडा सड़क पर है और इस में सम्राट अशोक ने खुद को पियदासीऔर देवताओं के प्रिय बताया है उन्होंने प्रजा को यह सन्देश दिया है की हर एक आदमी को अपने माता-पिता के आज्ञाकारी होना चाहिए, हर एक आदमी को बड़ों का सम्मान करना चाहिए और उन का आज्ञाकारी होना चाहिए,हर किसी को जीवित प्राणियों से अच्छा व्यहार करना चाहिए ,हर किसी को सदा सत्य बोलना चाहिए,हर किसी को धर्म (बौद्ध धर्म ) की विशेषताओं का प्रचार करना चाहिए,और किसी प्राणी की बलि न दी जाये यह शिलालेख बताता है सड़कों पर, पेड़ लगाए गए है और कुए खोदे गए है जिस का हर जनवार और मनुष्य इस्तेमाल कर सकताहै
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